ॐ नमः शिवाय सभी शिव भक्तों को सावन मास की हार्दिक शुभकामनाएं जय शिव शंकर जय भोलेनाथ हर हर महादेव कालों के काल वही है महाकाल ॐ नमः शिवाय
भक्तों को इस सावन मास की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं और हम आशा करते हैं की भोलेनाथ आप सभी पर अपनी दया दृष्टि बनाए रखें जी हां दोस्तों यह सावन पवित्र माह माना जाता है इसीलिए हमारे संस्कृति में इनका बहुत बड़ा महत्व है और इसी कारण हम हर साल सावन मास में बड़ी धूमधाम से शिव के अर्चना और पूजा करते हैं यह शिवपुराण की मानें तो इस माह में इंसान को अपने धर्म का पूरा पालन करना चाहिए जिससे नशा मुक्ति रहना और मांस मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए और भगवान शिव की अर्चना पूजा करनी चाहिए इससे बढ़ा प्राप्त होता है और भगवान शिव उस पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं क्योंकि ऐसे ही हमने सुना है कि शिव शंकर बड़े दयालु होते हैं इसीलिए इन्हें भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है इसलिए कहा जाता है अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते है भोलेनाथ इसीलिए इन को कहा जाता है कि यह बहुत जल्दी भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं इसीलिए हम इस साल के सावन में बड़ी धूमधाम से भगत कावड़ यात्रा का आगमन हो चुका है और कावड़ यात्रा एक बड़ी ही महत्वपूर्ण यात्रा मानी जाती है जिसे भगवान शिव शंकर को जल अर्पित करके उन्हें अपनी इच्छा और सुख-समृद्धि की कामना की जाती है कावड़ यात्रा पश्चिम भारत में बढ़ा महत्व है इस पूरे माह में भगवान शिव की भक्ति में व्यतीत करते हैं यह शिव भक्तों हमने आपके लिए बड़े ही इच्छा से आपके लिए यह जो ओम नमः शिवाय के नाम से जो भगवान शिव का डमरू बनाया है वह उन भक्तों के लिए है जो भगवान शिव को इष्ट देव मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं दोस्तों हम उम्मीद करेंगे कि आप को ओम नमः शिवाय के नाम से बना damroo आपको अच्छा लगे तो एक बार इन्हें जरूर पढ़ें और इसको आप भी अपने दोस्तों में और अपनों में अपने भक्तजनों में शेयर करें ताकि यह बना डमरु जिसमें 131 ओम नमः शिवाय शब्द का प्रयोग किया गया है इसे मंत्र पढ़ने से ही भगवान शिव की पूजा अर्चना मानी जाती है वह भगवान शिव अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं तो मैं उम्मीद करता हूं कि आपको हमारी छोटी सीशिव भक्त कि यह पंक्तियां पढ़कर अच्छा लगा होगा
- इस पवित्र महीने को सावन माह भी कहा जाता ह क्यों कि हिन्दू संस्कृति के अनुसार इस महीने में भगवान शिव की अपार कृपा होती ह इस लीये भगवान शिव के भगत कावड़ यात्रा का भी बहुत महत्व समझते ह ओर लम्बी लम्बी यात्रा करके कावड़ से जल लाकर भगवान भोलेनाथ को जल अभीसेख करते ह ओर पूरे माह भंडार चलता रहता ह शिव पुराण के अनुसार जो भगत कावड़ से जल अभीसेख करते ह उन्हें भोलेनाथ की असीम कृपा प्रधान प्राप्त होती ह ओर जीवन मे सुख समृधि शिव पुरान के अनुसार सावन महीने में ॐ नमः शिवाय बोलने से है पूण्य के भागी हो जाते ह क्योंकि यही है देवों के देव काल के काल जय जय महाकाल
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